जयपुर,
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ जयपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर आदि शहरों में चल रहे अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान के प्रदेश संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने बताया कि कोरोना काल में लोगों की सेवा करना तो दूर निजी स्कूल बकाया फीस के कारण बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज बंद कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी करीब दो हजार से अधिक शिकायतें अभिभावक हेल्पलाइन 9309333662 पर प्राप्त हुई हैं। अनेक बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश के कई स्कूलों से शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिस पर स्कूल प्रबंधन को कॉल करके और लिखित में आपत्ति जारी की गई है, हम शिक्षा विभाग को भी ये शिकायतें भिजवा रहे हैं। उन्होंने शिक्षामंत्री से अपील की कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक राज्य का फीस एक्ट 2016 सख्ती से अक्षरश: लागू करवाया जाए।
फीस वसूली से किसी के जीवन पर खतरा ना हो
आंदोलन की प्रदेश कॉर्डिनेटर लवलेश खुटेटा ने बताया कि यदि यह मनमानी नहीं रोकी गई तो मजबूरन अभिभावकों को आमरण अनशन पर बैठना होगा। फीस वसूली के कारण यदि किसी के जीवन पर खतरा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी इन निजी स्कूलों और सरकार की होगी जिसके परिणाम भुगतने होंगे।
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