इन दुकानों से लगे हुए अहआता एवं शॉप बार में कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है बहुत ज्यादा भीड़ है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है शराब खरीदने वालों की तो दुकानों पर जबरदस्त भीड़ तो है वहीं दूसरी ओर अहआता एवं शॉप बार में भारी भीड़ है जिला प्रशासन द्वारा शादी विवाह के लिए जिस प्रकार कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य की गई है जो कि जिला प्रशासन को देनी है उसी प्रकार देशी विदेशी शराब की दुकान की प्रतिदिन शाम की एवं उनसे लगे अहआता एवं शॉप बार की वीडियो रिकॉर्डिंग भी शराब दुकानों के मालिकों को प्रतिदिन जिला प्रशासन को देनी चाहिए ....... ऐसा नागरिकों का इंदौर जिला प्रशासन से अनुरोध है .... सबसे ज्यादा भीड़ के समय शाम के समय शराब दुकानों से संबंधित आबकारी अधिकारी भी दुकानों पर नहीं दिख रहे हैं ..... नागरिकों का कहना है कि करीब करीब 1 हजार करोड़ रुपए का 1 वर्ष का इंदौर जिले का आबाकारी विभाग का राजस्व जो कि सरकार को अकेले इंदौर जिले से प्राप्त होता है इसलिए शायद यहां पर इन शराब की दुकान पर कोरोना की गाइडलाइन की अनदेखी की जाती है एवं संबंधित अधिकारी भी कार्रवाई नहीं करते हैं बल्कि आसपास के सभी ढाबों पर और गांव में अवैध तरीके से शराब की दुकानें भी खोली जाती है इस मामले में जब आबकारी अधिकारियों से और पुलिस की मिलीभगत से सारे अवैध तरीके से शराब की कालाबाजारी करते हैं जबकि नियमानुसार शराब की दुकान से ही शराब बेचे जा सकती है लेकिन इन्होंने एक नया तरीका बना रखा है की डायरी बनाकर शराब दुकानों से सप्लाई करवाते हैं इस मामले में जब अपराधी अधिकारियों को बात करते हैं तो वह पल्ला झाड़ लेते हैं और पुलिस थाने पर भी अगर शिकायत करते हैं तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है अगर कोई व्यक्ति एक पेटी शराब लेकर जाता है तो उसको पकड़ कर तुरंत कार्रवाई हो जाती है और ऐसे कई थाना क्षेत्र में हैं जैसा किशनगढ़ मऊ सिमरोल राजेंद्र नगर तेजाजी नगर इन सभी स्थानों पर भी हर व्यक्ति की कहां शराब बिक रही है जानकारी देती है लेकिन थाना प्रभारी जो भी मिले हुए होते हैं
इंदौर से हीरा सिंह ठाकुर
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