एक समय मुंबई की इमरतों में आतंक मचानेवाला कोरोना अब वहासे अलविदा ले रहा हैं,जबकि दूसरी और कोरोना मुंबई के स्लम यानी झुग्गी -झोपडियों को छोडने के लिये फिलहाल तो तैयार नहीं दिख रहा हैं!
शहरकी सैकडो इमारतों से इतने positive मरीज मिल रहे थे कि, पूरी इमारत को कटेंमेंट झोन घोषित कर सील करना पडा, लेकिन अब कोरोना की लहर शांत हो रही हैं! जितनी तेजी से कोरोना इमारतों में बढ रहे थे उतनी ही तेजीसे घटे भी हैं!
वहीं दुसरी लहर में स्लम में कोरोना इसलिये टीका हुआ हैं क्योंकि एकही कमरे में कई लोग रहते हैं! एक से दुसरे में संक्रमण का खतरा अधिक रहता हैं! पिछलीबार पुलीस तैनाती भी थी तो लाठी के डरसे लोग बाहर भी नहीं निकलते थे, लेकिन जानेमें निश्चित तौरपर थोडा समय लगेगा
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