राजनीति बनी थी हत्या पिता की हत्या का बदला लेना चाहता था आरोपी

गोली की आवाज सुन दौड़े थे ऊमरी थाना प्रभारी, घायल के पास पैदल ही पहुँचकर अपने निजी वाहन से पहुँचाया जिला चिकित्सालय

आरोपी को दबोचने हेतु टीमें गठित कर दी गई हैं, जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा: विनय सिंह तोमर

चाणक्य न्यूज इंडिया अवधेश भदोरिया की रिपोर्ट

भिण्ड । ऊमरी थाना क्षेत्र से महज कुछ दूर ही पर फरियादी को जान से मारने की नियत से आरोपी ने कट्टे से गोली मार दी जो उसके गर्दन को छूती हुई गुजर गई, जिससे फरियादी बाल-बाल बच गया, पुलिस ने फिलहाल आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी है।

ऊमरी थाना प्रभारी विनय सिंह तोमर से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी राकेश ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुये बताया कि मैंने विगत 2014 में पंचायत चुनाव लड़ा था, जिसमें आरोपी लंबे अर्से से मुझे जान से मारने की फिराक में घूम रहा था, और आज मौका मिलने पर आरोपी ने थाने से महज कूछ दूरी पर ही मुझे कट्टे से गोली मार दी, जो मेरे गर्दन को छूते हुये गुजर गई, जिससे मैं बाल-बाल बच गया, पुलिस ने आरोपीगण के विरूद्ध घारा 307 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी।

पंचायत चुनाव के ठीक बाद फरियादी ने की थी आरोपी के पिता की हत्या

स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी राकेश ने आरोपी दीपू यादव व जीतू यादव के पिता वीरेन्द्र उर्फ झींगूरी यादव की 2015 में हुये पंचायत चुनाव के ठीक बाद हत्या कर दी थी, अपने पिता की निर्मम हत्या का बदला लेने की जुगत में आरोपी काफी दिनों से तलाश में था, लेकिन आज मौका मिलने पर कट्टे से गोली मारकर भाग गया, लेकिन फरियादी के गर्दन को गोली छूते हुये गुजर गई, जिससे वह बाल-बाल बच गया।

मर्डर के मामले में पुलिस ने आरोपी को दबोचकर न्यायालय में पेश किया था, वर्तमान में जमानत पर जेल से बाहर था

फरियादी राकेश ने पंचायत चुनाव के कुछ दिनों बाद आरोपी के पिता की निर्मम हत्या कर दी थी, तभी ऊमरी पुलिस ने उसे दबोचकर मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया था, तभी वर्तमान में फरियादी जमानत पर जेल से बाहर चल रहा था।

दोनों पार्टियों रखती हैं राजनीति से ताल्लुक

स्थानीय लोग बताते हैं कि फरियादी व आरोपीगण दोनों पार्टियाँ मूलरूप से बर्चस्वधारी हैं, और दोनों परिवारों के सदस्य किसी न किसी चुनाव में अपना हस्तक्षेप करते हैं, केवल बर्चस्व को लेकर दोनों परिवारों में आये दिन झगड़ा भी देखे गये हैं, बस मूल जड़ हैं अपने गाँव का कौन करे नेतृत्व, दोनों ही परिवारों के लोग पंचायत चुनाव लड़े थे, जिसमें एक विजयी हुआ और दूसरा हारा था, तभी से खटकी चली आ रह है एक दूसरे से, जो आज पुन: हत्या होने से बाल-बाल बच गई।

गोली की आवाज सुनते ही थाना प्रभारी दौड़े, खून देख अपने रूमाल से फरियादी के घाव को ढका

गोलीकाण्ड के दौरान मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय आरोपी ने फरियादी को गोली मारी थी, उसी समय थाने में मौजूद थाना प्रभारी विनय सिंह तोमर ही सबसे पहले घायल राकेश के पास पहुँचे थे, और गर्दन से निकल रहे खून को अपने रूमाल से ढाककर अपने ही वाहन से तत्काल घायल को जिला चिकित्सालय भेजा गया था, जहाँ खबर लिखे जाने तक इलाज जारी बताया गया है।

सीधी बात

आरोपी अपने पिता की हत्या का बदला लेना चाहता था, लेकिन उसके मंसूबों पर पानी उस समय फिर गया, जब उसका निशाना चूक गया, और फरियादी बाल-बाल बच गया, आरोपी के विरूद्ध धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है, जल्द आरोपी को दबोचने के लिए टीमें बना दी गई हैं, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

विनय सिंह तोमर 

ऊमरी थाना प्रभारी 


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