जतारा तहसील की नगर परिषद जतारा में बाबुओं की नियुक्ति

  जतारा तहसील की नगर परिषद जतारा में बाबुओं की नियुक्ति किसी अन्य जगह पर एवं आज 20 से 30 वर्ष पहले हुई थी परंतु जब से वह जतारा ऑडी पर आये तब से आज तक अंगद की तरह पांव जमाए सारा जीवन स्थानीय नगर परिषद में ही गुजार दिया ऐसा नगर के कई लोगों के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मालूम चला इतना ही नहीं इस नगर परिषद में तो हमेशा से मनमानी का आलम चला रहा है क्योंकि यहां पर कार्यरत लोगों के द्वारा अपने परिजनों को एक नहीं दो दो प्रधानमंत्री आवास एक ही घर में इसके अलावा अपने सगे संबंधियों परिजनों को नौकरी पर लगाना एवं शासकीय योजनाओं का भरपूर लाभ जैसे बीपीएल राशन कार्ड प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य जो भी सुविधाएं मिलनी चाहिए सारी की सारी अपने सगे संबंधियों एवं परिजनों को दिलाया जा रहा है इसके अलावा इसके पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों के द्वारा अपने खासे प्रधानमंत्री का आवास योजना के अंतर्गत लाभ दिए गए थे जिसमें से एक व्यक्ति का मुद्दा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जतारा के समक्ष लोगों ने इस बात की शिकायत की थी एवं उसका बिक्री खत भी हुआ था पता चला की आवास की जमा करवाई गई थी नगर परिषद का तो शुरू से ही भ्रष्टाचारी के मामले में आलम छाया रहा है ऐसा इसके पूर्व में पांच पार्षदों के द्वारा जतारा बस स्टैंड के बाहर टेंट लगाकर लगभग 8 दिन तक अनशन पर भी बैठे रहे एवं भूख हड़ताल भी की गई बाद में सांसद जी के द्वारा उनके अनशन को खत्म कर वा कर यह आश्वासन दिलाया गया था इन सभी चीजों के उचित जांच करवाएंगे कमेटी गठित करके परंतु आज दिनांक तक ना ही कोई जांच करवाई गई सारा का सारा डाल दिया गया जिसका आज तक कोई अता पता ही नहीं है बाद में उन पार्षदों को भी छत्रछाया में शायद ले लिया गया हो और वह लोग भी ठंडे पड़ गए एक बार नगर के लोगों ने इसके बाद भी बीपीएल राशन कार्ड से नाम कटने के बाद आवाज उठाई थी एवं यह मांग की थी कि जरूरतमंद लोगों को बीपीएल राशन कार्ड का लाभ दिलाया जाए एवं जो अपात्र लोग हैं उनको उससे वंचित किया जाए परंतु उसको भी घर बैठे अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा अपने चाहे तो के नाम जुड़वा दिए गए एवं कुछ बेचारे जिन को वास्तविक एवं उचित लाभ मिलना चाहिए वह आज भी इन सरकारी योजनाओं से वंचित हैं और जिन को इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए वह लोग गुलछर्रे उड़ा रहे हैं नगर के लोगों ने इन सभी योजनाओं के बारे में शासन प्रशासन से इस बात की मांग की है इस नगर के लोगों को इसका वास्तविक एवं पात्र लोगों को लाभ दिलाया जाए और जो लोग अपात्र एवं कर्मचारियों जनप्रतिनिधियों के चहेते हैं इस लाभ से वंचित कर उनसे रिकवरी की जाए ऐसे लोगों ने मनसा जाहिर की है 


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