बुंदेलखंड के सागर शहर में वट सावित्री का व्रत महिलाओं ने जगह-जगह मनाया यह बट सावित्री का व्रत सदियों से चला आ रहा है जोकि पति की लंबी आयु एवं सुख के प्रतीक मनाया जाता है जैसे कि करवा चौथ तीज एवं वट सावित्री का व्रत यह व्रत जेठ माह की कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन मनाया जाता है इस दिन सुहागन महिलाएं सुबह उठकर नहा धोकर सोलह सिंगार कर अपनी पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है एवं पकवान बनाकर बरगद के पेड़ की 108 परिक्रमा लगा कर धागे के साथ बस बरगद की पूजा अर्चना भोग लगाकर अपना व्रत तोड़ती है ऐसे ही आज सागर शहर में हर मोहल्ले में सुहागन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती नजर आई...।।।।।
चाणक्य न्यूज़ इंडिया जिला ब्यूरो हेड सागर से रामगोपाल कुशवाहा की स्पेशल रिपोर्ट
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