वाराणसी में कोचिंग संचालकों ने किया भिक्षा टन सरकार की नीतियों का किया कड़ा विरोध, शिक्षण संस्थानों को खोले जाने की कि सरकार से मांग

 वैश्विक महामारी कोरोना के बाद ऑनलाइन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही जहां आज उत्तर प्रदेश में जिम , मल्टीप्लेक्स के साथ पार्कों को पूरी तरह से खोल दिया गया है । ऐसे में इन सबके बावजूद कोचिंग और इंस्टीट्यूट न खुलने से संचालकों में आक्रोश का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज पूर्वांचल कोचिंग संघ के लोगों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया है। पिछले करीब 15 महीनों से अधिक कोचिंग के बंद होने से कोचिंग संचालकों के सामने आर्थिक संकट उमड़ पड़ा है जिसको लेकर आज पूर्वांचल कोचिंग संघ के लोगों ने वाराणसी की सड़क पर उतर कर भिक्षाटन किया और सरकार को चेतावनी दिया कि यदि जल्द से जल्द कोचिंग सेंटरों को नहीं खोला गया तो पूरे प्रदेश में यह आंदोलन बड़े स्तर पर चलेगा. कोचिंग संचालकों का कहना है कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश की सरकार मल्टीप्लेक्स और जिम को खोलने का निर्देश दिया है उसी प्रकार कोचिंग को भी खोलने का निर्देश दें जिससे शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वांचल के पिछड़ रहे छात्रों का उद्धार हो और आर्थिक स्थिति से जूझ रहे कोचिंग संचालक अपनी आजीविका को चला सके.. यदि उत्तर प्रदेश सरकार ऐसा नहीं करती है तो अगले सप्ताह से पूरे उत्तर प्रदेश के चौराहों पर कोचिंग संचालक और इंस्टिट्यूट के लोग भीख मांगने का कार्य करेंगे। 









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